सीहोर जिला - एक परिचय
सीहोर जिला ऐतिहासिक एवं कृषि प्रधान जिला है। म.प्र. के गठन से पूर्व यह भोपाल राज्य के दो जिलों में से एक था, जिसे निजामत-ए-मशिरक के नाम से जाना जाता था, इस जिले में सात तहसील क्रमशः सीहोर, आष्टा, इछावर, बुधनी, नसरूल्लागंज, हुजूर तथा बैरसिया शामिल थीं। वर्तमान में इस जिले में हुजूर तथा बैरसिया को छोड़कर शेष पांच तहसील यथावत हैं। प्राचीन ग्रंथों में इसका उल्लेख सिद्धपुर के रूप में मिलता है। म.प्र. की राजधानी भोपाल से मात्र 39 किलोमीटर की दूरी पर भोपाल-इंदौर राजमार्ग पर स्थित है यह जिला औद्योगिक, कृषि, पर्यटन, धार्मिक तथा ऐतिहासिक महत्व के साथ म. प्र. का विशिष्ट जिला है। रेल एंव सड़क परिवहन से जिला मुख्यालय जुड़ा हुआ है। अर्न्तराष्ट्रीय हवाई अडडा यहाँ से 30 किलोमीटर दूर है I
शैक्षणिक संस्थाओं में पी.जी. कालेज, कृषि कालेज, शासकीय गर्ल्स कालेज, सत्य सांई इंजीनियरिंग कालेज, 3 शासकीय डिग्री कालेज, सेन्ट्रल स्कूल, नवोदय विद्यालय, शासकीय महिला पालीटेक्निक सेन्टर, आई टी आई के अलावा निजी क्षेंत्र में भी सैकड़ों स्कूल तथा शैक्षणिक संस्थान है।
शासकीय उत्कृष्ट उ.मा.वि.क्र.01 सीहोर - एक परिचय
शैक्षणिक दृष्टि से इस जिले का विशेष महत्व है। शहरयार हाईस्कूल के नाम से जाने जाना वाला यह विद्यालय कालान्तर में आदर्श विद्यालय और वर्तमान में उत्कृष्ट विद्यालय में परिणित हो अपनी गौरव गाथा कह रहा है। वर्ष 1838 में इस हाई स्कूल की स्थापना पोलीटिकल एजेन्ट लिंकनसन ने कराई थी। यह सीहोर, राजगढ, ब्यावरा, नरसिहंगढ, रायसेन आदि रियासतों का एकमात्र विद्यालय रहा है। इस विद्यालय से भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शंकरदयाल शर्मा एवं सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश श्री के.बी. हिदायतुल्ला के नाम प्रतिभावान छात्र के रूप में इस संस्था का ऐतिहासिक गौरव गान कर रहे हैं। सीहोर नगर के कस्बा क्षेत्र में स्थित उत्कृष्ट विद्यालय का परिसर लगभग 11 एकड़ में हैं। विद्यालय 07 भवनों में विभाजित है। विद्यालय में दो खेल के मैदान हैं, जहॉ छात्रों को खेलकूद, एन.सी.सी., एन.एस.एस. एवं स्काउट गाइड की परेड करवाई जाती है।